जब हम छोटे थे ,
पापा से बात करते डरते थे ,
बातें मां की तरफ से कहलवाते थे ,
हर एक जिद को अप्रत्यक्ष रूप से मनवाते थे ,
पर वो पूरे हो जाते थे ||
सामने से प्यार जताना आता नहीं जिन्हें ,
दूर से ही ख्याल रखते हैं ,
बाहर सख्त पर अंदर नरम ,
जिम्मेदारियों से भरे होते हैं हर एक क़दम ||
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