रुकावट के लिए खेद है , कभी दूरदर्शन पर ये प्रदर्शित सूचना , उदास कर दिया करती थी | पर अब दुनिया ऐसी अनवरत चलती रेल है , जिसका हिसाब लगाना ही मुश्किल है| समय की आपाधापी में लोगों का वजूद खो गया है| फिर भी मन उदास है, उसे कुछ ख़ास वक़्त ,कुछ चंद लम्हें जी लेने की आस है |
हर एक बिंदु को बिंदु से मिलाना कोई उद्देश्य नहीं ,
कुछ चीज़ें छूट जाये तो भी पर्याप्त है |
यह जिंदगी हर जंग जितने के लिए नहीं,
कुछ जंग हारने में भी ख़ुशी का एहसास है ||
हर सवाल का जवाब जानना जरूरी नहीं ,
कुछ सवाल बिना जवाब के बेमिसाल है |
हर इंसान को दिमाग से पढ़ने की जरूरत नहीं ,
कुछ को दिल से रूबरू होने में ही उन्माद है ||
कैलेंडर के कुछ पन्ने बदल जाएं ,
तो कोई बात नहीं |
कितने कदम अच्छाइयों की तरफ बढ़े ,
उसकी क़ीमत कुछ ख़ास है ||
जिंदगी गणित का विषय नहीं ,
हर पल , हर काम का लेखा जोखा नहीं |
अगर दिल को खुश कर जाये दो बातें ,
तो वो अनमोल एहसास ही पर्याप्त है ||
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